11 जुलाई 2011

अस्वस्थता के समय लिखी कुछ क्षणिकायें उम्मीद है आप सभी को पसंद आएगी.. .......संजय भास्कर

आप सभी ब्लॉगर साथियों को मेरा ........सादर नमस्कार ............अस्वस्थता के कारण  काफी दिनों से ब्लॉगजगत से दूर था पर अब  आप सभी के समक्ष पुन: उपस्थित हूँ । अस्वस्थता के कारण आराम करते समय हमेशा ही कुछ लाइन दिमाग में आती थी जिन्हें क्षणिका के रूप में पढवाता हूँ उम्मीद है आप सभी को पसंद आएगी.........!



(1.)  गजब


अनपढ़ विधायक
के साथ
गजब हो गया
पता चला वह एजुकेशन 
मिनिस्टर हो गया !


( 2.)  सफ़र


दोस्ती का सफ़र लम्बा हुआ
 तो क्या हुआ  ?
थोडा तुम चलो
थोडा हम चलेंगे
और फिर रिक्शा कर लेंगे !


( 3.)  कमाल


 21 वी सदी में देखो
लोकतंत्र का कमाल अब पढ़े लिखे भी
वोटिंग मशीन पर
लगाते है अंगूठे से निशान !


(4.)  अवार्ड 


आज कुछ अध्यापक
न स्कूल जाते है
और न कभी पढ़ते है
करके चापलूसी अधिकारियो कि
बेस्ट टीचर अवार्ड पाते है !


( 5.)  फिल्मे 


आजकल चल रही फिल्मे
कर रही है कमाल
जिन्हें देख शर्म भी खुद
शर्म से हो रही है लाल ..........!





-- संजय भास्कर




118 टिप्‍पणियां:

Jyoti Mishra ने कहा…

Every single verse is full of sarcasm and projecting the very important things which should be taken care of if we want to see India in a respectable position.

Welcome back sir !!!

musafir ने कहा…

bahut sunder sanjay ji

नश्तरे एहसास ......... ने कहा…

vese to sabhi bahut acchi hain but after reading the very first i cnt resist laughing....
nice post!!!

आशुतोष की कलम ने कहा…

स्वस्थ्य लाभ की शुभकामनायें...

एक साँस में पढ़ डाली सारी..
दुसरे नम्बर वाली जीसी कभी कोई सुनी थी सारी क्षनिकाएं बहुत बढियां लगी..

अरुण चन्द्र रॉय ने कहा…

भाई पहली क्षणिका कविता नहीं सच्ची है... ओड़िसा के आई टी मिनिस्टर इस वर्ष मैट्रिक के इम्तहान में बैठे और पास हुए हैं... बढ़िया क्षणिका !

मंजुला ने कहा…

संजय बहुत अच्छा लिखा तुमने ...अच्छा व्यंग है आजकल के हालातो पर

मंजुला ने कहा…

तुम स्वस्थ हो अब ये जानकर भी अच्छा लगा .....

एस एम् मासूम ने कहा…

आप का स्वागत है. हम सभी आप कि कमी को महसूस कर रहे थे.
वह क्या लिखा है.
.
दोस्ती का सफ़र लम्बा हुआ
तो क्या हुआ ?
थोडा तुम चलो
थोडा हम चलेंगे
और फिर रिक्शा कर लेंगे !
.
संजय जी रिक्शा का किराया कौन देगा
बुढ़ापे मैं.

Nidhi ने कहा…

संजय जी...खबर अच्छी है कि आप स्वस्थ हो गए हैं ...अच्छी क्षणिकाएं हैं...दूसरी वाली छोड़ कर सब अपने में व्यंग्य समेटे हैं..सामयिक प्रस्तुति !!

Saleem Khan ने कहा…

अच्छा व्यंग

Shalini kaushik ने कहा…

sabhi shanikayen sachchai byan kar rahi hain aur shandar likhi gayee hain badhai.

सदा ने कहा…

वाह ... बहुत ही अच्‍छा लिखा है ...

Shalini kaushik ने कहा…

aap jald hi swasth hon yahi shubhkamna hai.

Sawai Singh Rajpurohit ने कहा…

दोस्ती का सफ़र लम्बा हुआ
तो क्या हुआ ?
थोडा तुम चलो
थोडा हम चलेंगे
और फिर रिक्शा कर लेंगे !

संजय जी सुन्दर रचना पढ़वाने के लिए आभार.

(कुंदन) ने कहा…

अभूतपूर्व

शानदार है :)

www.navincchaturvedi.blogspot.com ने कहा…

सुंदर क्षणिकाएं संजय जी| आप के बेहतर स्वास्थ्य की कामना के साथ

Anju (Anu) Chaudhary ने कहा…

गज़ब.....कमाल ....अवार्ड ....फिल्मे.... चारो क्षणिकाएं बेहद सच्ची और अच्छी ....ऐसे ही लिखते रहो

babanpandey ने कहा…

आजकल चल रही फिल्मे
कर रही है कमाल
जिन्हें देख शर्म भी खुद
शर्म से हो रही है लाल .........शानदार है :)

प्रवीण पाण्डेय ने कहा…

बीमारी में तो आपकी चेतना का स्तर और भी ऊपर चला गया।

Yashwant R. B. Mathur ने कहा…

बेहतरीन क्षणिकाएँ हैं.

सादर

vandana gupta ने कहा…

सच्चाइयों को बयाँ करती खूबसूरत क्षणिकायें हैं।
चलो अच्छा हुआ तुम ठीक हो गये अब अपना ख्याल रखना।

Anita ने कहा…

वाह वाह !! सभी क्षणिकायें प्रभावी हैं, आपके व परिवार के सभी लोगों को स्वस्थ व सुखद जीवन के लिये शुभकामनायें!

amrendra "amar" ने कहा…

accha vyangya hai per wo baat nahi hai jo aapki pehchaan hai.sorry

Dr. Zakir Ali Rajnish ने कहा…

गागर में सागर सी हैं क्षणिगाएं।

------
TOP HINDI BLOGS !

Kailash Sharma ने कहा…

दोस्ती का सफ़र लम्बा हुआ
तो क्या हुआ ?
थोडा तुम चलो
थोडा हम चलेंगे
और फिर रिक्शा कर लेंगे !

बहुत खूब ! सभी क्षणिकायें बहुत सटीक और सुन्दर..

ज्ञानचंद मर्मज्ञ ने कहा…

सभी क्षणिकाएं सच्चाई को जी रही हैं !
धारदार व्यंग्य का सुन्दर समावेश !
आभार!

babulgwalior ने कहा…

आदरणीय संजय जी,
यथायोग्य अभिवादन् ।

जी... संजय जी आप आये, अब हम ब्लॉगरों की सेहत दुरूस्त हो जायेगी, आपका आना तपते रेगिस्तान में सावन का झूम के बरस जाने का-सा अहसास दिला गया?

संजय जी अगर कुछ यूं कहें तो....?
दोस्ती का सफऱ लम्बा हुआ
तो क्या हुआ ?
थोडा तुम चलो
थोडा हम चलेंगे
अबकी बीमार पड़े तो सच मानना,
हम भी बिस्तर पकड़ लेगें !
हा....हा....हा....हा....हा....हा....हा....हा....हा....हा....हा....हा....।
बुरा मत मानियेगा.... आपकी गैर-मौजूदगी कितनी खलती है?


रविकुमार बाबुल
ग्वालियर

smshindi By Sonu ने कहा…

संजय जी,
आजकल चल रही फिल्मे
कर रही है कमाल
जिन्हें देख शर्म भी खुद
शर्म से हो रही है लाल

सभी क्षणिकायें बहुत सटीक और बहुत सुन्दर.

smshindi By Sonu ने कहा…

आदरणीय संजय भास्करजी,आपका ह्र्दय से बहुत बहुत धन्यवाद और शुक्रिया और खबर अच्छी है कि आप स्वस्थ हो गए हैं!

रविकर ने कहा…

प्रभावी प्रस्तुति ||

बधाई भाई जी ||

Rahul Singh ने कहा…

चुटीली बातें.

kshama ने कहा…

Bahut,bahut mazedaar!

परमजीत सिहँ बाली ने कहा…

बहुत ही अच्‍छा लिखा है

रश्मि प्रभा... ने कहा…

sari kshanikayen behad achhi

दिगम्बर नासवा ने कहा…

वाह संजय जी ... आज तो कमाल कर दिया ... एक से बढ़ कर एक हैं सब ...

दिगम्बर नासवा ने कहा…

जल्दी ही ठीक हो जाएं संजय जी ... ब्लॉग जगत सूना है आपके बिना ...

Bharat Bhushan ने कहा…

इतने बढ़िया आइडियाज़ कहाँ से लाते हैं ,संजय जी, सुंदर कहा है.

Bharat Bhushan ने कहा…

आप ब्लॉगिंग पर लौटे, बहार आ गई.

डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक' ने कहा…

टिप्पणी करना तो जनता नहीं हूँ,
केवल इतना ही कहूँगा-
"सतसैया के दोहरे ज्यों नाविक के तीर।
देखन में छोटे लगें घाव करें गम्भीर।।"

चैन सिंह शेखावत ने कहा…

bahut majedar.wah..

डॉ टी एस दराल ने कहा…

लोकतंत्र का कमाल अब पढ़े लिखे भी
वोटिंग मशीन पर
लगाते है अंगूठे से निशान !

बेहतरीन .

Rajeysha ने कहा…

पोस्‍टस से लग रहा है कि‍ अब आपका मूड काफी अच्‍छा है, अगली पोस्‍ट और मजेदार रहेगी।

बेनामी ने कहा…

behtrin sanjay ji

बेनामी ने कहा…

take care of you

Arun sathi ने कहा…

21 वी सदी में देखो
लोकतंत्र का कमाल अब पढ़े लिखे भी
वोटिंग मशीन पर
लगाते है अंगूठे से निशान !


सभी क्षणिकाएंे बहुत ही सटीक.... बहुत दिल से लिखा है आपने। आभार

prerna argal ने कहा…

aapki sabhi chadikayen bemisaal hain bhaskarji majaa aa gayaa padhkar.jeevan ki sachchai per byang karati hui.badhaai aapko.

Deepak Saini ने कहा…

संजय भाई वैसे तो सभी क्षनिकाए बहुत अच्छी है लेकिन
दोस्ती का सफ़र लम्बा हुआ
तो क्या हुआ ?
थोडा तुम चलो
थोडा हम चलेंगे
और फिर रिक्शा कर लेंगे !

बहुत बहुत बेहतरीन है

Asha Lata Saxena ने कहा…

बहुत अच्छी लगीं |बधाई |आशा है जल्दी से चुस्त दुरुस्त हो जाओगे|
आशा

virendra sharma ने कहा…

हरियाणा शिक्षा सेवा के कार्यकाल में नारनौल से एक विधायक अंगूठा छाप थे जिन्हें शिक्षा मंत्री बनाया गया था .लो नाम भी याद आगया इतने बरस बाद भी "श्री फूसा राम जी ".ज़िन्दगी का अक्स छिपायें हैं ये विचार -कणिकाएं "कुछ दूर तुम चलो ....".

virendra sharma ने कहा…

स्वास्थ्य लाभ प्राप्त कर आपने अपनी उपस्थिति दर्ज़ करवाई ,अच्छा लगा .सेहत मंद रहो सदा .शुभकामना नेहा संग .

SANDEEP PANWAR ने कहा…

ऐसे वचनों को सुन कर तो एक झटके में बीमारी का काम तमाम,

दिलबागसिंह विर्क ने कहा…

अनपढ़ विधायक के साथ
गजब हो गया
पता चला वह एजुकेशन
मिनिस्टर हो गया !
hqiqt yhi hai
shaandar

Rajesh Kumari ने कहा…

sari kshanikayen bahut achchi hain.

चला बिहारी ब्लॉगर बनने ने कहा…

अस्वस्थता का ये आलम है, स्वस्थ होने पर तो...!!
अब हो भी जाइए!

Pawan Rajput ने कहा…

bhut acha likha h bhai. bhut khoob

Rakesh Kumar ने कहा…

संजय भाई
आपकी अस्वस्थता को भी देतें हैं हम बधाई.
जिसने इतनी सुन्दर रचना आपसे करवाई.
पर आप अब खुश और स्वस्थ रहो सदा
लिखते रहो इससे भी बेहतरीन बाकायदा.

डॉ. मोनिका शर्मा ने कहा…

सुंदर क्षणिकाएँ.... स्वास्थ्य लाभ करें ...शुभकामनायें .

संजय भास्‍कर ने कहा…

@ ज्योति मिश्र जी..
@ मुसाफिर (गजेंदर जी..)
@ आशुतोष जी..
@ नश्तरे एहसास (नेहा जी.)
@ अरुण रॉय जी..
मेरी हौसला अफज़ाई के लिए आप सभी का बहुत-बहुत शुक्रिया.
ब्लॉग को पढने और सराह कर उत्साहवर्धन के लिए शुक्रिया......

संजय भास्‍कर ने कहा…

ओड़िसा के आई टी मिनिस्टर इस वर्ष मैट्रिक के इम्तहान में बैठे और पास हुए हैं.
हमे तो पता नहीं था .....इस जानकारी के लिए शुक्रिया अरुण जी..

विष्णु बैरागी ने कहा…

सभी क्षणिकाऍं चुटीली, तीखी, रोचक और एकाधिक बार पठनीय हैं। वर्तनी की अशुध्दियॉं न हों तो ओर अधिक आनन्‍द आए।

Chaitanyaa Sharma ने कहा…

Get Well Soon.... Best Wishes

पी.एस .भाकुनी ने कहा…

दोस्ती का सफ़र लम्बा हुआ
तो क्या हुआ ?
थोडा तुम चलो
थोडा हम चलेंगे
और फिर रिक्शा कर लेंगे !
Wah ! sanjay ji! manjil kitni hi door kyon n ho,yadi aapka farmula apna liya jay to faasle simat hi jayenge,
ummid hai ab ap swshath honge....
abhaar.....

Suman ने कहा…

संजय जी,
आपके स्वास्थ्य लाभ की अनेक
शुभ कामनाएं !

Khare A ने कहा…

getwell soon

Kshnikaye bahut hi sundar ban padi hain, gambhir kataksh !

नीरज गोस्वामी ने कहा…

आप बहुत गज़ब की क्षणिकाओं के साथ स्वस्थ हो कर लौटे हैं...इन क्षणिकाओं में आज के हालात पर करारा व्यंग है...बधाई स्वीकारें...

नीरज

Dr (Miss) Sharad Singh ने कहा…

शानदार क्षणिकाएं....

संध्या शर्मा ने कहा…

अनपढ़ विधायक के साथ
गजब हो गया
पता चला वह एजुकेशन
मिनिस्टर हो गया !

वाह...... संजय जी सभी क्षणिकाएं बहुत सुंदर हैं..... आप के बेहतर स्वास्थ्य के लिए शुभकामनायें .....

जयकृष्ण राय तुषार ने कहा…

बहुत अद्भुत कवितायें है भाई संजय जी बधाई शीघ्र स्वस्थ हों यही शुभकामनायें हैं |

Satish Saxena ने कहा…

शुभकामनायें संजय ...अब अस्वस्थ नहीं होना !

बेनामी ने कहा…

अस्वस्थता के बारे मैं जानकर अफ़सोस हुआ - शीघ्र स्वास्थलाभ पायें - आते ही एक नहीं पांच: अजब - गजब कुछ गुदगुदाते हुए तो सीधे निशाने पर लगते हुए व्यंग - वाह संजय जी

priyankaabhilaashi ने कहा…

सुंदर..!!

mridula pradhan ने कहा…

har chanika behad khoobsurat hai.......aap swasth rahen yahi kamna hai.

Dr Varsha Singh ने कहा…

आपके स्वास्थ्य लाभ हेतु अनेक
शुभकामनाएं !

क्षणिकाएं बेहतरीन हैं.

मदन शर्मा ने कहा…

सभी क्षणिकायें प्रभावी हैं, आपके व परिवार के सभी लोगों को स्वस्थ व सुखद जीवन के लिये शुभकामनायें!

Udan Tashtari ने कहा…

आशा है स्वास्थय अब बेहतर होगा. शीघ्र पूर्ण स्वस्थ हों. शुभकामनाएँ.

क्षणिकायें सभी मारक हैं...बहुत सटीक और तीखी.

अरुण कुमार निगम (mitanigoth2.blogspot.com) ने कहा…

अतिसुंदर.

Urmi ने कहा…

उम्मीद करती हूँ की आप पहले से बेहतर हैं! भगवान से प्रार्थना करती हूँ की आप जल्द से जल्द स्वस्थ हो जाए! बहुत दिनों के बाद आपका पोस्ट पढ़ने को मिला ! बहुत ही बढ़िया और ज़बरदस्त व्यंग्य रहा! शानदार प्रस्तुती!
मेरे नए पोस्ट पर आपका स्वागत है-
http://seawave-babli.blogspot.com/
http://ek-jhalak-urmi-ki-kavitayen.blogspot.com/

दीपक जैन ने कहा…

लाजवाब
न जाने क्यों मैं अब तक इस ब्लाग जगत से दूर रहा

आप सभी का थोरा सा सहयोग चाहता हूँ कृपया मेरे लेखो पर थोरी द्रष्टि डाले और मुझे महत्वपूर्ण सुझाव दे

Arunesh c dave ने कहा…

अच्छी क्षणिकाएं है आशा है अब आप पूर्ण रूप से स्वस्थ हो गये होंगे

Kunwar Kusumesh ने कहा…

सभी क्षणिकाएं एक से बढ़कर एक.
वाह ,क्या बात है.

वीना श्रीवास्तव ने कहा…

सभी क्षणिकाएं बेहद खूबसूरत...

महेन्‍द्र वर्मा ने कहा…

बढ़िया लिखा है संजय।
चौथे नंबर का प्रत्यक्ष उदाहरण मैंने भी देखा है।

Sunil Kumar ने कहा…

स्वस्थ्य लाभ की शुभकामनायें...

बेनामी ने कहा…

बहुत ही अच्‍छी प्रस्‍तुति आपकी ...

Surendra shukla" Bhramar"5 ने कहा…

संजय भाष्कर जी पहले तो आप के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ हेतु प्रभु से दुवाएं -
सुन्दर और सार्थक क्षणिकाएं सुन्दर व्यग्य भी कुछ हो हो सकता है आज ..शुक्ल भ्रमर ५

Rewa Tibrewal ने कहा…

wah bahut khoob....sab ek say badh kar ek.....

Shikha Kaushik ने कहा…

सभी क्षणिकाएं बहुत सटीक चोट करती हैं आज की व्यवस्था पर .बीमार आप हुए और बीमार व्यवस्था की कलाई खोल कर रख दी .प्रभु से आप की अच्छी सेहत की कामना करती हूँ .शुभकामनाओं के साथ .

Anjana Dayal de Prewitt (Gudia) ने कहा…

दोस्ती का सफ़र लम्बा हुआ
तो क्या हुआ ?
थोडा तुम चलो
थोडा हम चलेंगे
और फिर रिक्शा कर लेंगे !


:-) bahut badiya!!!

Sawai Singh Rajpurohit ने कहा…

आपको गुरु पूर्णिमा के शुभ अवसर पर सुगना फाऊंडेशन मेघलासिया जोधपुर और हैम्स ओसिया इन्स्टिट्यूट जोधपुर की ओर से हार्दिक शुभकामनाएं.

आपको गुरु पूर्णिमा की ढेर सारी शुभकामनायें..

Maheshwari kaneri ने कहा…

सभी क्षणिकाएं बहुत सटीक और सुन्दर है ...शुभकामनाएँ...

Vivek Mishrs ने कहा…

Hanji
Kam sabdo me bahut kuch kah gaye aap
swagat hai aapka

Asha Joglekar ने कहा…

आशा है अब आप स्वस्थ होंगे । क्षणिकाएँ चारों सुंदर पर पहली वाली जोरदार ।

Patali-The-Village ने कहा…

सभी क्षणिकायें बहुत सटीक और सुन्दर है| आशा है अब आप स्वस्थ होंगे ।

निवेदिता श्रीवास्तव ने कहा…

सभी क्षणिकायें बहुत सटीक और बहुत सुन्दर......

संजय भास्‍कर ने कहा…

@ मंजुला जी
@ एस.एम.मासूम जी..
@ डॉ. निधि टंडन जी..
@ सलीम खान जी..
@ सलीम खान जी..
@ सदा जी..
@ सवाई राजपुरोहित जी..
@ कुंदन जी..
@ नवीन चतुर्वेदी जी..
@ अनु जी
आपने ब्लॉग पर आकार जो प्रोत्साहन दिया है उसके लिए आभारी हूं
आप सभी ने मेरे बेहतर स्वास्थ्य की कामना कि आपका सदा आभारी रहूँगा ....!

संजय भास्‍कर ने कहा…

@ बबन पाण्डेय जी..
@ परवीन पाण्डेय जी..
@ यशवंत माथुर जी..
@ वंदना जी..
@ अनीता जी..
@ अमरेंदर जी..
@ जाकिर अली जी..
@ कैलाश शर्मा जी..
@ ज्ञानचंद मर्मज्ञ जी..
आपने ब्लॉग पर आकार जो प्रोत्साहन दिया है उसके लिए आभारी हूं
आप सभी ने मेरे बेहतर स्वास्थ्य की कामना की आपका सदा आभारी रहूँगा ....!

संजय भास्‍कर ने कहा…

@ बाबुल जी..
@ रविकर जी..
@ सोनू भाई
@ राहुल सिंह जी..
@ क्षमा जी..
@ परमजीत सिँह बाली जी..
@ दिगम्बर नासवा जी..
@ रश्मी प्रभा जी..
आपने ब्लॉग पर आकार जो प्रोत्साहन दिया है उसके लिए आभारी हूं
आप सभी ने मेरे बेहतर स्वास्थ्य की कामना की आपका सदा आभारी रहूँगा ....!

सुज्ञ ने कहा…

शानदार क्षणिकाएं!! एक से बढकर एक!!

अब स्वास्थ्य कैसा है?, सेहत का ध्यान रखावें!!

शीघ्र पूर्ण स्वस्थता की शुभकामनाएँ!!

Unknown ने कहा…

संजय जी आप स्वIस्थ पर ध्यान दे आपका स्वस्थ रहना बेहद जरूरी है ब्लॉग जगत के लिए .अपार शुभकामनाओं सहित. हां आपकी लघु कविताये सटीक और सार्थक बात कहती है व्यंग का पुट लिए हुए, बधाई

Bharat Bhushan ने कहा…

अस्वस्थता में भी आपने रचनाधर्मिता निभाई आप बधाई के पात्र हैं. यह शायद 100
वीं टिप्पणी है. डबल बधाई.

संजय भास्‍कर ने कहा…

bhushan ji aapka bahut bahut shukriya........sanjay

Arvind kumar ने कहा…

sabhi rachnayen kamaal ki hai.....achha laga aap ko padkar...

सुरेन्द्र "मुल्हिद" ने कहा…

bahut badhiyaa muktak likhe hain

Surendra shukla" Bhramar"5 ने कहा…

संजय भाष्कर जी अभी पंजाब केसरी में समाचार था गाँव वाले इसी पर अध्यापक को घेरे और बच्चों ने बदमाश अध्यापक को जुटे चप्पल की माला पहना दी फिर वे माफ़ी मांगे और आने लगे स्कूल -हमें जागरूक होना है
धन्यवाद आप का
भ्रमर ५

करके चापलूसी अधिकारियो कि
बेस्ट टीचर अवार्ड पाते है !

Manish Khedawat ने कहा…

बहुत ही बेहतरीन क्षणिकायें |
specially दूसरी :)
मुझे इस ब्लॉग पे लाने के लिए बहुत बहुत शुक्रिया||
आपका ब्लॉग फॉलो कर रहा हूँ ताकि आगे भी साथ बना रहें | आभार ||

सुरेन्द्र सिंह " झंझट " ने कहा…

हर क्षणिका खूबसूरत...
गज़ब का हास्य व्यंग ...

विशाल ने कहा…

सभी क्षणिकाएं खूब हैं .
मुस्कराए बिना नहीं रह सका.
भगवान् आप को सदा स्वस्थ रखे.

Kunwar Kusumesh ने कहा…

congrats again on crossing century in comments .

डॉ रजनी मल्होत्रा नैय्यर (लारा) ने कहा…

प्रभावी प्रस्तुति...... संजय सेहत का ध्यान रखे

संजय भास्‍कर ने कहा…

@ भूषण जी..
बस कभी कभी दिमाग में आ जाये है
@ रूप चन्द जी..
@ चैन शिंह शेखावत जी..
@ डॉ टी एस दराल जी..
@ राजेह श जी..
@ पी के शर्मा
@ अरुण सारथि जी..
@ प्रेरणा अर्गल जी..
...........आपने ब्लॉग पर आकार जो प्रोत्साहन दिया है उसके लिए आभारी हूं

संजय भास्‍कर ने कहा…

@ दीपक सैनी जी..
@ आशा जी..
@ वीरू भाई जी..
@ जात देवता संदीप जी..
@ दिलबाग सिंह विर्क जी..
@ राजेश कुमारी जी..
@ सलिल जी..
@ पवन राजपूत जी..
.........ब्लॉग को पढने और सराह कर उत्साहवर्धन के लिए शुक्रिया....!

संजय भास्‍कर ने कहा…

@ राजेश कुमार जी..
@ डॉ मोनिका शर्मा जी..
@ चैतन्य शर्मा
@ पी.एस .भाकुनी जी..
@ सुमन जी..
@ अलोक खरे जी..
@ नीरज गोस्वामी जी..
@ डॉ शरद सिंह जी..
मेरी हौसला अफज़ाई के लिए आप सभी का बहुत-बहुत शुक्रिया.
ब्लॉग को पढने और सराह कर उत्साहवर्धन के लिए शुक्रिया......!

आनंद ने कहा…

बहुत सुन्दर क्षणिकाएं हैं संजय जी बधाई !

दर्शन कौर धनोय ने कहा…

बहुत खूब !!!!!!!!!!

Amrita Tanmay ने कहा…

बहुत बढियां

pragya ने कहा…

'गजब' क्षणिका गजब की है संजय जी..अगर अस्वस्थता में ऐसी मज़ेदार क्षणिकाएँ लिखने लगे आप तो समझ लीजिए आपको पढ़ने वालों की दुआओं में क्या शामिल हो जाएगा:)..

Dr.Ashutosh Mishra "Ashu" ने कहा…

kya baat hai sanjay ji..in chaar laino ka bhi..aaj maine apne karmchariyon ko padhwaya..sbne enjoy kiya..

दीपक कुमार मिश्र ने कहा…

bahut khhob sanjay jee

s.chanchal