23 अगस्त 2010

या फिर बाज़ार में अपने बेटे की कीमत लगाइए ..........!

  
हमने अखबार में पढ़ा एक 'Advertisement '
लिखा था नो दहेज़ ,'No Requirement '
दहेज़ लेना और देना दोनों ही पाप है ,
लिकिन बेटी को सुखी न रखना भी अभिशाप है |
खैर लड़के का  'Bio-Data ' हमे पसंद आया,
जवाब में हमने भी एक पत्र भिजवाया |
अच्छे होटल में रखा लड़की को दिखने का प्रोग्राम ,
बिल देखकर मुह से निकला है हाय  राम  |
लड़के को लड़की और लड़की को लड़का पसंद आया ,
लड़के के माँ बाप ने हमारे घर आने का प्रोग्राम बनाया 
आकर बोले ये छोटे -छोटे सामान की List  है ,
जो आपकी बेटी के लिए Must  है |
डबल बेड और सोफे  के बिना जिंदगी अधूरी है ,
और एक ' Honda-City '  भी घूमने के लिए ज़रूरी है ,
कैश भी कम से कम चार लाख तो चाहिए ,
साथ में ' Diamond ' के जवाहरात तो पहनाइए |
हमने जब यह सुनी बात 
क्रोध से बोले -आप अब तशरीफ़ उठाइए |
किसी और का द्वार खट खट इए ,
या फिर बाज़ार में अपने बेटे की कीमत लगाइए  |

......संजय कुमार भास्कर